Bhaarateey Saahity Ek Shodhaatmak Adhyayan
भारतीय साहित्य अपने आप में इतना विशाल है कि इसके आरंभ और अंत को जानना असंभव तो नहीं है मगर बहुत ही जटिल है। भारत एक सामासिक-सांस्कृतिक देश है। परन्तु इस सामासिक व्यक्तित्व के विकास के पीछे कैसे इस राष्ट्र ने प्रयास किया है। उसके व्यक्तित्व के विभिन्न पहलू कौन से है ? और उसकी सुदृढ़ एकता कहां छिपी हुई है ? इसे समझना अत्यंत आवश्यक है। भारत में बसने वाली कोई जाति यह दावा नहीं कर सकती कि भारत के समस्त मन और विचारों पर उसी का एकाधिकार है। भारत आज जो कुछ है उस पर भारतीय जनता के प्रत्येक भाग का अधिकार है। यदि हम इस बुनियादी बात को नहीं समझ सके तो हमारे भाव विचार सबके सब अधूरे रह जायेंगे। अस्तु भारत को समझे बिना भारतीय-साहित्य को समझना असंभव है।.
Product Details
- Format: Paperback, Ebook
- Book Size:5.5 x 8.5
- Total Pages:281 pages
- Language:Hindi
- ISBN:978-93-90229-08-6
- Publication Date:September 25 ,2020
Product Description
भारतीय साहित्य अपने आप में इतना विशाल है कि इसके आरंभ और अंत को जानना असंभव तो नहीं है मगर बहुत ही जटिल है। भारत एक सामासिक-सांस्कृतिक देश है। परन्तु इस सामासिक व्यक्तित्व के विकास के पीछे कैसे इस राष्ट्र ने प्रयास किया है। उसके व्यक्तित्व के विभिन्न पहलू कौन से है ? और उसकी सुदृढ़ एकता कहां छिपी हुई है ? इसे समझना अत्यंत आवश्यक है। भारत में बसने वाली कोई जाति यह दावा नहीं कर सकती कि भारत के समस्त मन और विचारों पर उसी का एकाधिकार है। भारत आज जो कुछ है उस पर भारतीय जनता के प्रत्येक भाग का अधिकार है। यदि हम इस बुनियादी बात को नहीं समझ सके तो हमारे भाव विचार सबके सब अधूरे रह जायेंगे। अस्तु भारत को समझे बिना भारतीय-साहित्य को समझना असंभव है।.