Dil Ke Alfaaz
देव काम रति प्रेम जगाया। ★ विधि ने ब्याह विधान कराया।।२
प्रेम अंकुरित हुआ उभय तन। ★ सृष्टि संचरी प्रेम सुफल बन।।
प्रेम बना वरदान सृष्टि जन। ★ मानव दानव दैव दृष्टि मन।।३
दैहिक दैविक भौतिक प्रेमा। ★ सृष्टि संतुलन हित चित नेमा।।
प्रीति मय प्रेम अनूठा। ★ सत्य काम रति,अरु सब झूठा।।४
उमा शंभु युग प्रेम प्रमानी। ★ यज्ञ अग्नि भा भस्म भवानी।।
वर्ष सहस दस तपि हिम कन्या। ★ वरण प्रेम शिव जीवन धन्या।।५
हरि लक्ष्मी,शचि इन्द्र कहानी। ★ देव लोक बहु प्रेम निशानी।।
सतयुग विमल प्रेम यश बीता। ★ जीव जगत मय प्रेम पुनीता।।६
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Product Details
- Format: Paperback, Ebook
- Book Size:5.5 x 8.5
- Total Pages:227 pages
- Language:Hindi
- ISBN:978-93-88256-89-6
- Paper Type:PAPERBACK
- Publication Date:September 25 ,2020
Product Description
देव काम रति प्रेम जगाया। ★ विधि ने ब्याह विधान कराया।।२
प्रेम अंकुरित हुआ उभय तन। ★ सृष्टि संचरी प्रेम सुफल बन।।
प्रेम बना वरदान सृष्टि जन। ★ मानव दानव दैव दृष्टि मन।।३
दैहिक दैविक भौतिक प्रेमा। ★ सृष्टि संतुलन हित चित नेमा।।
प्रीति मय प्रेम अनूठा। ★ सत्य काम रति,अरु सब झूठा।।४
उमा शंभु युग प्रेम प्रमानी। ★ यज्ञ अग्नि भा भस्म भवानी।।
वर्ष सहस दस तपि हिम कन्या। ★ वरण प्रेम शिव जीवन धन्या।।५
हरि लक्ष्मी,शचि इन्द्र कहानी। ★ देव लोक बहु प्रेम निशानी।।
सतयुग विमल प्रेम यश बीता। ★ जीव जगत मय प्रेम पुनीता।।६
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