Naari Ka Samman
नारी एक शक्ति है। नारी विधाता की सर्वोत्तम कल्पना है। नारी पुरुष की शक्ति, ज्योति एवं सिद्धि की प्रतीक है। नारी पत्नी, माता, पुत्री सभी रूपों में पुरुष के लिए सम्मानीय है। इसीलिए उसे महिला भी कहा जाता है।
उपनिषदों में कहा गया है कि सृष्टि की सम्पूर्ण रिक्क्तता की पूर्ति स्त्री से ही होती है। कोई भी धार्मिक कार्य नारीके बिना अधूरा माना जाता है। नारी के विभिन्न रूपों को यदि हम संक्षिप्त में समझें तो सबसे पहले माता, पत्नी और फिर कन्या ...........
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Product Details
- Format: Paperback, Ebook
- Book Size:5.5 x 8.5
- Total Pages:121 pages
- Language:Hindi
- ISBN:978-81-945342-5-9
- Publication Date:September 25 ,2020
Product Description
नारी एक शक्ति है। नारी विधाता की सर्वोत्तम कल्पना है। नारी पुरुष की शक्ति, ज्योति एवं सिद्धि की प्रतीक है। नारी पत्नी, माता, पुत्री सभी रूपों में पुरुष के लिए सम्मानीय है। इसीलिए उसे महिला भी कहा जाता है।
उपनिषदों में कहा गया है कि सृष्टि की सम्पूर्ण रिक्क्तता की पूर्ति स्त्री से ही होती है। कोई भी धार्मिक कार्य नारीके बिना अधूरा माना जाता है। नारी के विभिन्न रूपों को यदि हम संक्षिप्त में समझें तो सबसे पहले माता, पत्नी और फिर कन्या ...........
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