Tu Jamana Badal
चà¥à¤¨à¤¾à¤° तहसील के नियामतपà¥à¤° कलॉ गांव में सहदेव सिंह व शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ दà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤°à¤¾ देवी के घर छह जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ 1945 को जनà¥à¤®à¥‡ यदà¥à¤¨à¤¾à¤¥ सिंह बचपन से अनà¥à¤¯ बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ से अलग सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ के थे। खेल में à¤à¥€ साथी बेईमानी करते थे तो लड़ जाते थे। मारपीट तक पर उतारू हो जाते थे। इसका खामियाजा उनको घर में कई बार मार खाकर à¤à¥à¤—तना पड़ता था। हां, पढ़ने में शà¥à¤°à¥‚ से ही काफी तेज थे। यदà¥à¤¨à¤¾à¤¥ सिंह ने माधव विदà¥à¤¯à¤¾ मंदिर पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤®à¤ªà¥à¤° से वरà¥à¤· 1959 में जूनियर हाईसà¥à¤•à¥‚ल की परीकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¥à¤® शà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ में पास की, उसमें à¤à¥€ गणित में विशेष योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾, तà¤à¥€ इनकी विलकà¥à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ का पता चला। ये चार à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ में सबसे छोटे थे। बड़े à¤à¤¾à¤ˆ छविनाथ सिंह, डॉ. रविनाथ सिंह व हरिनाथ सिंह। तीनों शिकà¥à¤·à¤•à¥¤ डॉ. रविनाथ सिंह तो मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में हिंदी के पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° थे।.
Product Details
- Format: Paperback, Ebook
- Book Size:5.5 x 8.5
- Total Pages:160 pages
- Language:Hindi
- ISBN:978-81-945342-7-3
- Publication Date:September 2 ,2020
Product Description
चà¥à¤¨à¤¾à¤° तहसील के नियामतपà¥à¤° कलॉ गांव में सहदेव सिंह व शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ दà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤°à¤¾ देवी के घर छह जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ 1945 को जनà¥à¤®à¥‡ यदà¥à¤¨à¤¾à¤¥ सिंह बचपन से अनà¥à¤¯ बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ से अलग सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ के थे। खेल में à¤à¥€ साथी बेईमानी करते थे तो लड़ जाते थे। मारपीट तक पर उतारू हो जाते थे। इसका खामियाजा उनको घर में कई बार मार खाकर à¤à¥à¤—तना पड़ता था। हां, पढ़ने में शà¥à¤°à¥‚ से ही काफी तेज थे। यदà¥à¤¨à¤¾à¤¥ सिंह ने माधव विदà¥à¤¯à¤¾ मंदिर पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤®à¤ªà¥à¤° से वरà¥à¤· 1959 में जूनियर हाईसà¥à¤•à¥‚ल की परीकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¥à¤® शà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ में पास की, उसमें à¤à¥€ गणित में विशेष योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾, तà¤à¥€ इनकी विलकà¥à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ का पता चला। ये चार à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ में सबसे छोटे थे। बड़े à¤à¤¾à¤ˆ छविनाथ सिंह, डॉ. रविनाथ सिंह व हरिनाथ सिंह। तीनों शिकà¥à¤·à¤•à¥¤ डॉ. रविनाथ सिंह तो मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में हिंदी के पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° थे।.