Sapne banate hain ham

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Sapne banate hain ham

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इस किताब में मैंने युवाओं के जिन भावों को कोई समझने की कोशिश नहीं करता है मैंने उनके भावों को समझा है और अपने आप को उनकी जगह रखकर उनके नजरिए से उन्हीं के भावों को मैंने अपनी कविताओं में भी पिरोया है ताकि कोई भी युवा मेरी कविताओं की किताब को पढ़ कर अपने सपनों को समझ सके अपने मन के द्वंद को जान सके अपने विचारों और अधिकारों को समझ सके।.

Product Details

  • Format: Paperback
  • Book Size:5.5 x 8.5
  • Total Pages:165 pages
  • Language:HINDI
  • ISBN:978-9364314497
  • Paper Type:PAPERBACK
  • Publication Date:October 3 ,2024

Product Description

इस किताब में मैंने युवाओं के जिन भावों को कोई समझने की कोशिश नहीं करता है मैंने उनके भावों को समझा है और अपने आप को उनकी जगह रखकर उनके नजरिए से उन्हीं के भावों को मैंने अपनी कविताओं में भी पिरोया है ताकि कोई भी युवा मेरी कविताओं की किताब को पढ़ कर अपने सपनों को समझ सके अपने मन के द्वंद को जान सके अपने विचारों और अधिकारों को समझ सके।.

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