Sakshi
इस उपन्यास की नायिका साक्षी, नायक प्रकाश है। यह नि:स्वार्थ प्रेम के पृष्ठभूमि पर आधारित है। जो भुज और लाटूर में आये विनाशकारी भूकम्प का यथार्थ दस्तावेज है। जिसमें गांव और शहर खंडहर में तब्दील हो गये थे। प्रकाश पेशे से डाक्टर है वह गाँव आता है जहाँ उसके माता-पिता और पत्नी साक्षी काल के गाल में समा चुके थे। उन्हें देख उसकी आत्मा चित्कार उठी और पूँछती है ? कहाँ हैं मेरे माता पिता और प्रिया साक्षी ? कौन देगा मेरे प्रश्नों का उत्तर ? मानव या प्रकृति ? मानव के नाम पर तो लाशें ही लाशें हैं और प्रकृति विनाश के पश्चात् स्वयं के कृत्य पर क्षुब्ध, मौन और शान्त है।.
Product Details
- Format: Paperback
- Book Size:5.5 x 8.5
- Total Pages:152 pages
- Language:HINDI
- ISBN:978-93-95482-36-3
- Paper Type:PAPERBACK
- Publication Date:November 17 ,2024
Product Description
इस उपन्यास की नायिका साक्षी, नायक प्रकाश है। यह नि:स्वार्थ प्रेम के पृष्ठभूमि पर आधारित है। जो भुज और लाटूर में आये विनाशकारी भूकम्प का यथार्थ दस्तावेज है। जिसमें गांव और शहर खंडहर में तब्दील हो गये थे। प्रकाश पेशे से डाक्टर है वह गाँव आता है जहाँ उसके माता-पिता और पत्नी साक्षी काल के गाल में समा चुके थे। उन्हें देख उसकी आत्मा चित्कार उठी और पूँछती है ? कहाँ हैं मेरे माता पिता और प्रिया साक्षी ? कौन देगा मेरे प्रश्नों का उत्तर ? मानव या प्रकृति ? मानव के नाम पर तो लाशें ही लाशें हैं और प्रकृति विनाश के पश्चात् स्वयं के कृत्य पर क्षुब्ध, मौन और शान्त है।.