
Katha Sipika
‘कथा सीपिका‘ डॉ० सिसोदिया की छहत्तर लघु कथाओं का संग्रह है। डॉ० क्षामा सिसोदिया एक ऐसी लेखिका और कवयित्री हैं, जिनकी लेखन एक सहज प्रवृत्ति है। भारत की प्रसिद्ध आध्यात्मिक सप्तपुरियों में से एक इस देश के विराट, पुरूष के आज्ञाचक्र पर अवस्थित वाराणसी में जन्मी तथा पली-बढ़ी क्षमा जी ने दूसरी प्रसिद्ध पुरी मणिपुर में अवस्थित अवन्तिका नगरी को अपनी कर्मभूमि बनाया। जाहिर है, दोनों नगरियों के सारस्वत और आध्यात्मिक गुण उनमें आत्मसात हुए। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद लखनऊ विश्वविद्यालय से उन्होंने परास्नातक की उपाधि प्राप्त की और कॉलेज के दिनों से ही हिन्दी लेखन में अपनी प्रवीणता की छाप छोड़ी।.
Product Details
- Format: Paperback, Ebook
- Book Size:5 x 8
- Total Pages:144 pages
- Language:HINDI
- ISBN:978-93-88256-39-1
- Publication Date:January 1 ,1970
Product Description
‘कथा सीपिका‘ डॉ० सिसोदिया की छहत्तर लघु कथाओं का संग्रह है। डॉ० क्षामा सिसोदिया एक ऐसी लेखिका और कवयित्री हैं, जिनकी लेखन एक सहज प्रवृत्ति है। भारत की प्रसिद्ध आध्यात्मिक सप्तपुरियों में से एक इस देश के विराट, पुरूष के आज्ञाचक्र पर अवस्थित वाराणसी में जन्मी तथा पली-बढ़ी क्षमा जी ने दूसरी प्रसिद्ध पुरी मणिपुर में अवस्थित अवन्तिका नगरी को अपनी कर्मभूमि बनाया। जाहिर है, दोनों नगरियों के सारस्वत और आध्यात्मिक गुण उनमें आत्मसात हुए। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद लखनऊ विश्वविद्यालय से उन्होंने परास्नातक की उपाधि प्राप्त की और कॉलेज के दिनों से ही हिन्दी लेखन में अपनी प्रवीणता की छाप छोड़ी।.