Dhara Ka Rang Dhaani
धरा का रंग धानी पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤µà¤¦à¤¨à¤¾ धरती के विविधवरà¥à¤£à¥€ सà¥à¤µà¤°à¥‚प की यायावरी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ है। पहाड़ों के उनà¥à¤¨à¤¤ शीरà¥à¤·, अमà¥à¤²à¤¾à¤¨ नदियों का कल-कल निनाद, à¤à¤°à¤¨à¥‹à¤‚ का सà¥à¤®à¤§à¥à¤° संगीत, गà¥à¤«à¤¾à¤“ं की रहसà¥à¤¯à¤®à¤¯à¥€ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤µà¤‚ धारà¥à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ का दिवà¥à¤¯ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• वातावरण इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में अतीव सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° षबà¥à¤¦-चितà¥à¤°à¥‹à¤‚ के साथ अंकित है। देवà¤à¥‚मि का पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• à¤à¤µà¤‚ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• दरà¥à¤¶à¤¨, पीलीà¤à¥€à¤¤ के जंगलों का मनोहारी दृषà¥à¤¯, महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° राजà¥à¤¯ में शिव, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤‚ कला का समनà¥à¤µà¤¿à¤¤ सà¥à¤µà¤°à¥‚प साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• कलेवर में पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया गया है। यातà¥à¤°à¤¾-वृतà¥à¤¤à¤¾à¤‚त में देश के पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• à¤à¤µà¤‚ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ के अनछà¥à¤ पहलà¥à¤“ं के बारे में दà¥à¤°à¥à¤²à¤ जानकारी पाठक के सामानà¥à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का विसà¥à¤¤à¤¾à¤° करती है। अंधाधà¥à¤‚ध विकास की दौड़ में कंकà¥à¤°à¥€à¤Ÿ के जंगल में परिवरà¥à¤¤à¤¿à¤¤ हो रहे नगरों à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ की छटपटाहट को लेखक ने शाबà¥à¤¦à¤¿à¤• अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ दी है। देवà¤à¥‚मि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड से लेकर पूरà¥à¤µà¤¾à¤¤à¥à¤¤à¤° राजà¥à¤¯ तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¥à¤°à¤¾, राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ की मरà¥à¤§à¤°à¤¾ à¤à¤µà¤‚ देश की गौरवशाली सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ के वाहक अजंता à¤à¤µà¤‚ à¤à¤²à¥‹à¤°à¤¾ की कला-कृतियों का बेहतरीन चितà¥à¤°à¤£ लेखक की साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ का दà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤• है। वसà¥à¤¨à¥à¤§à¤°à¤¾ के धानी रंग में छिपे मृदà¥-मयंक की सà¥à¤¡à¥à¤¢à¤®à¤¾, नव-जलद का सौनà¥à¤¦à¤°à¥à¤¯, हरे-à¤à¤°à¥‡ वृकà¥à¤·à¥‹à¤‚ की अपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤® छटा, अनेक पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤¤à¤¿ के पà¥à¤·à¥à¤ª-पौधों ने लेखक को यायावरी पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ का बना दिया है। उसकी यही पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ षबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में निबदà¥à¤§ होकर लिपिबदà¥à¤§ होने को विवष करती है।.
Product Details
- Format: Paperback, Ebook
- Book Size:5.5 x 8.5
- Total Pages:264 pages
- Language:Hindi
- ISBN:978-9395482080
- Paper Type:PAPERBACK
- Publication Date:December 29 ,2022
Product Description
धरा का रंग धानी पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤µà¤¦à¤¨à¤¾ धरती के विविधवरà¥à¤£à¥€ सà¥à¤µà¤°à¥‚प की यायावरी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ है। पहाड़ों के उनà¥à¤¨à¤¤ शीरà¥à¤·, अमà¥à¤²à¤¾à¤¨ नदियों का कल-कल निनाद, à¤à¤°à¤¨à¥‹à¤‚ का सà¥à¤®à¤§à¥à¤° संगीत, गà¥à¤«à¤¾à¤“ं की रहसà¥à¤¯à¤®à¤¯à¥€ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤µà¤‚ धारà¥à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ का दिवà¥à¤¯ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• वातावरण इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में अतीव सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° षबà¥à¤¦-चितà¥à¤°à¥‹à¤‚ के साथ अंकित है। देवà¤à¥‚मि का पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• à¤à¤µà¤‚ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• दरà¥à¤¶à¤¨, पीलीà¤à¥€à¤¤ के जंगलों का मनोहारी दृषà¥à¤¯, महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° राजà¥à¤¯ में शिव, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤‚ कला का समनà¥à¤µà¤¿à¤¤ सà¥à¤µà¤°à¥‚प साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• कलेवर में पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया गया है। यातà¥à¤°à¤¾-वृतà¥à¤¤à¤¾à¤‚त में देश के पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• à¤à¤µà¤‚ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ के अनछà¥à¤ पहलà¥à¤“ं के बारे में दà¥à¤°à¥à¤²à¤ जानकारी पाठक के सामानà¥à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का विसà¥à¤¤à¤¾à¤° करती है। अंधाधà¥à¤‚ध विकास की दौड़ में कंकà¥à¤°à¥€à¤Ÿ के जंगल में परिवरà¥à¤¤à¤¿à¤¤ हो रहे नगरों à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ की छटपटाहट को लेखक ने शाबà¥à¤¦à¤¿à¤• अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ दी है। देवà¤à¥‚मि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड से लेकर पूरà¥à¤µà¤¾à¤¤à¥à¤¤à¤° राजà¥à¤¯ तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¥à¤°à¤¾, राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ की मरà¥à¤§à¤°à¤¾ à¤à¤µà¤‚ देश की गौरवशाली सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ के वाहक अजंता à¤à¤µà¤‚ à¤à¤²à¥‹à¤°à¤¾ की कला-कृतियों का बेहतरीन चितà¥à¤°à¤£ लेखक की साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ का दà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤• है। वसà¥à¤¨à¥à¤§à¤°à¤¾ के धानी रंग में छिपे मृदà¥-मयंक की सà¥à¤¡à¥à¤¢à¤®à¤¾, नव-जलद का सौनà¥à¤¦à¤°à¥à¤¯, हरे-à¤à¤°à¥‡ वृकà¥à¤·à¥‹à¤‚ की अपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤® छटा, अनेक पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤¤à¤¿ के पà¥à¤·à¥à¤ª-पौधों ने लेखक को यायावरी पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ का बना दिया है। उसकी यही पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ षबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में निबदà¥à¤§ होकर लिपिबदà¥à¤§ होने को विवष करती है।.